Bihar STET 2025 letest Update-: बिहार में शिक्षक बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों के बीच इस समय सबसे बड़ा सवाल यही है कि STET (सेकेंडरी टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) कब होगा और क्या यह TRE-4.0 भर्ती परीक्षा से पहले आयोजित किया जाएगा या नहीं। हाल के दिनों में इस मुद्दे पर लगातार प्रदर्शन, पुलिस लाठीचार्ज और राजनीतिक दबाव देखने को मिला है। आइए विस्तार से जानते हैं—
शिक्षा मंत्री का बयान : 10 दिनों में TRE-4.0 का विज्ञापन
20 अगस्त 2025 को बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि TRE-4.0 (टीचर भर्ती परीक्षा) का विज्ञापन 10 दिनों के भीतर जारी कर दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि STET को लेकर भी जल्द ही सरकार निर्णय लेगी।
👉 इसका मतलब है कि सरकार अब इस मुद्दे को और लंबा खींचने के मूड में नहीं है और निकट भविष्य में कोई ठोस घोषणा की जा सकती है।
अभ्यर्थियों का आक्रोश और प्रदर्शन
शिक्षक बनने के लिए STET पास करना अनिवार्य है। बिना STET पास किए हुए उम्मीदवार TRE भर्ती में शामिल नहीं हो सकते। यही वजह है कि हाल के महीनों में अभ्यर्थियों का गुस्सा बढ़ता गया।
7 अगस्त 2025 का प्रदर्शन
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हजारों की संख्या में अभ्यर्थी पटना के जेपी राउंडअबाउट और डाक बंगला चौराहा पर पहुंचे।
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नारेबाजी करते हुए उन्होंने मांग की कि TRE-4.0 से पहले STET आयोजित किया जाए।
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हालात बिगड़ने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें कई अभ्यर्थी घायल हो गए। हालांकि किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया।
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अभ्यर्थियों की एक बड़ी मांग यह भी रही कि STET परीक्षा का आयोजन BPSC (बिहार लोक सेवा आयोग) के माध्यम से हो, ताकि प्रक्रिया पारदर्शी हो।
18 अगस्त 2025 का दूसरा बड़ा आंदोलन
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एक बार फिर अभ्यर्थियों ने पटना कॉलेज से मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च निकालने की कोशिश की।
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डाक बंगला चौराहा पर पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच फिर झड़प हुई।
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इस बार 9 अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया गया।
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नाराज अभ्यर्थियों ने नारे लगाए – “No STET, No Vote” यानी जब तक STET नहीं होगा, तब तक वोट भी नहीं देंगे।
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सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया कि 1-2 दिन में कोई निर्णय आएगा, लेकिन अभ्यर्थी सरकार पर भरोसा करने को तैयार नहीं दिखे।
राजनीतिक दबाव भी बढ़ा
सिर्फ अभ्यर्थी ही नहीं, बल्कि कई राजनीतिक नेता भी सरकार पर दबाव बना रहे हैं।
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27 जून 2025 को बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) को पत्र लिखकर मांग की कि TRE-4.0 से पहले STET कराया जाए।
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उन्होंने कहा कि 2024 के परीक्षा कैलेंडर के अनुसार, STET साल में दो बार होना चाहिए, लेकिन अब तक केवल एक ही बार परीक्षा हुई है।
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इससे हाल ही में B.Ed और D.El.Ed पास करने वाले हजारों छात्र-छात्राओं को शिक्षक भर्ती में बैठने का मौका नहीं मिलेगा।
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सांसद ने चेतावनी दी थी कि यदि STET नहीं कराया गया तो यह बड़ा आंदोलन और अशांति का कारण बन सकता है।
अभ्यर्थियों की मुख्य दिक्कतें
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योग्यता अधूरी रह जाना – STET पास किए बिना कोई भी TRE-4.0 भर्ती में आवेदन नहीं कर सकता।
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भविष्य पर संकट – 2022 से 2025 तक B.Ed और D.El.Ed पास करने वाले उम्मीदवार इस बार पूरी तरह से बाहर हो जाएंगे।
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सरकार पर अविश्वास – कई बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद STET की तिथि घोषित नहीं हुई, जिससे गुस्सा और बढ़ रहा है।
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राजनीतिक नाराजगी – “No STET, No Vote” नारे से साफ है कि अभ्यर्थी अब इस मुद्दे को चुनाव से जोड़ने लगे हैं।
आगे क्या हो सकता है?
शिक्षा मंत्री के ताजा बयान से यह तो साफ हो गया है कि TRE-4.0 का विज्ञापन अगले 10 दिनों में आ जाएगा। अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या सरकार TRE-4.0 से पहले STET आयोजित करेगी या दोनों को साथ में लिंक करेगी।
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अगर STET जल्दी घोषित होता है, तो हजारों अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी और वे भर्ती में शामिल हो पाएंगे।
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अगर STET टल गया तो आंदोलन और उग्र हो सकता है और राजनीतिक रूप से भी सरकार को इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है।
निष्कर्ष -:Bihar STET 2025 letest Update
बिहार में STET 2025 को लेकर स्थिति अब निर्णायक मोड़ पर है। अभ्यर्थियों का दबाव, विपक्ष का हमला और सत्तापक्ष के सांसद तक का समर्थन बताता है कि यह मुद्दा कितना गंभीर है। शिक्षा मंत्री का ताजा बयान उम्मीद जरूर जगाता है, लेकिन जब तक आधिकारिक नोटिस जारी नहीं होता, तब तक अभ्यर्थियों का भरोसा बहाल होना मुश्किल है।
अभी के लिए इतना तय है कि आने वाले 10-15 दिन बेहद अहम होंगे। इन्हीं दिनों में तय हो जाएगा कि STET पहले होगा या फिर अभ्यर्थियों को TRE-4.0 में भाग लेने से वंचित होना पड़ेगा
